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“Top 5 Hindi Moral Stories Every Kid Must Read (with Lessons)

  1. ईमानदार लकड़हारा (The Honest Woodcutter) एक गांव में एक गरीब लकड़हारा रहता था। वह रोज़ जंगल जाकर लकड़ियाँ काटता और उन्हें बेचकर गुज़ारा करता। एक दिन, उसकी कुल्हाड़ी गलती से नदी में गिर गई। वह दुखी होकर रोने लगा। तभी एक जलपरी प्रकट हुई और पूछा, “क्या ये सोने की कुल्हाड़ी तुम्हारी है?” लकड़हारे ने कहा, “नहीं।” फिर उसने चांदी की कुल्हाड़ी दिखाई, उसने फिर कहा, “नहीं।” अंत में जलपरी ने उसकी लोहे की कुल्हाड़ी दिखाई, तो उसने खुशी से कहा, “हाँ, ये मेरी है।” जलपरी उसकी ईमानदारी से प्रभावित हुई और उसे तीनों कुल्हाड़ियाँ दे दीं। 🔎 Moral of the Story: ईमानदारी का फल हमेशा अच्छा होता है। कभी भी झूठ से फायदा नहीं होता। 👑 2. अकबर और बीरबल की समझदारी एक दिन बादशाह अकबर ने बीरबल से पूछा, “बीरबल, दुनिया का सबसे बड़ा सच क्या है?” बीरबल मुस्कराए और बोले, “जहाँ लोग खुद को सबसे ज़्यादा समझदार समझते हैं, वहीं सबसे बड़ी मूर्खता छुपी होती है। और यही सबसे बड़ा सच है।” बीरबल ने एक दिन सभी दरबारियों से एक पंक्ति सीधी करने को कहा — बिना उसे छुए। किसी से हल नहीं निकला। बीरबल ने उसके बगल ...

( बेईमान न्यायाधीश ) Akbar Birbal Moral Story in Hindi for Kids

   बेईमान न्यायाधीश अकबर का राज्य बहुत ही बड़ा था | इसीलिए उसने शहर में लोगों की विभिन्न  समस्याओं का समाधान करने के लिए अनेक न्यायाधीशों की |  एक दिन एक औरत सोने के सिक्के के थैले के साथ एक न्यायाधीश के पास जाकर  बोली __”श्रीमान! यह मेरे जीवन की जमा पूंजी है | मै तीर्थ यात्रा पर जा रही हूँ और  अपने साथ इतना पैसा नहीं ले जा सकती | कृपया जब तक मै वापस नहीं आती तब  तक यह थैला अपने पास सुरक्षित रख ले |  न्यायाधीश ने थैला अपने पास रख लिया | महिला उसने विदा लेकर तीर्थयात्रा पर  चली गई | इक महीने बाद महिला वापस लौटी , तब वह सीधा न्यायाधीश के पास  गई और उसने थैला वापस ले लिया | किन्तु जब वापस घर आकर उसने थैले  की सील थोड़ी , तो उसने देखा की थैला पत्थरो से भरा हुआ था | उसका सोना गायब था | वह न्यायाधीश के पास गयी और उससे बहस करने लगी | न्यायाधीश ने कहा , दुष्ट औरत! तुमने खुद थैले  में पत्थर भरे थे और अब मुझे भुगतान करने को  कह रही हो |” औरत के पास कोई और रास्ता नहीं था | वह न्याय के लिए  बादशाह के अदालत में गई | अकबर ने जब क...

Akbar Birbal Story: असली माँ– Hindi Kahani for Children

  असली माँ  असली माँ की कहानी में बताया गया है कि कैसे बुद्धिमान बीरबल ने अपने चतुर निर्णय से सम्राट अकबर की अदालत में एक बच्चे की असली माँ का न्याय किया। कहानी में दिखाया गया है कि सच्चा प्यार और ममता किसी भी परीक्षा में सामने आ जाती है। यह कहानी माता-पिता के सच्चे प्रेम और न्याय की शक्ति को दर्शाती है। सम्राट का कर्तव्य पृथ्वी पर भगवान की  छाया के रूप में काम करते हुए अपने  राज्य में शांति व्यवस्था स्थापित करना, कमज़ोरों की रक्षा करना और दुष्टों को दंड  देना होता है | अकबर को अपनी निष्पक्षता पर गर्व था | आखिरकार शहंशाह था|  दुनिया उसकी शरण में थी |  एक दिन उसकी शाही अदालत में दो औरते एक बच्चे के साथ आयी| वे दोनों  फूट  फूट कर रो रही थी | पहली औरत ने कहा “जहांपनाह! यह बच्चा मेरा पुत्र है |  में बहुत बीमार थी और इसकी देखभाल नहीं कर सकती थी | इसलिए मैंने इसे  अपनी सहेली के पास छोड़ दिया था| किंतु अब जब मैं ठीक हो गई हूं, तो यह  मुझे मेरा पुत्र देने से इंकार कर रही है |” इस पर दूसरी औरत ने चीखकर कहा, मेरे भगवान! यह झूठ बोल रही है| ...