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शीर्षक: जादुई पेंसिल और खोया हुआ इंद्रधनुष

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एक बार की बात है, रंगपुर नाम का एक छोटा-सा गाँव था। यह गाँव अपनी खूबसूरती और रंगों के लिए दूर-दूर तक मशहूर था। यहाँ के बच्चे हर दिन स्कूल जाते, खेलते, हँसते और अपनी रंगीन दुनिया में मग्न रहते थे। लेकिन एक दिन कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे गाँव की खुशियाँ छीन लीं—आसमान से इंद्रधनुष गायब हो गया। इंद्रधनुष इस गाँव की शान था। जब भी बारिश रुकती, आसमान में सात रंगों का अद्भुत इंद्रधनुष दिखाई देता। लेकिन पिछले कई दिनों से न तो बारिश हो रही थी और न ही इंद्रधनुष दिख रहा था। गाँव वाले परेशान हो गए। गाँव में एक छोटा बच्चा रहता था—अनय। अनय को कहानियाँ सुनना और चित्र बनाना बहुत पसंद था। उसके पास रंग कम थे, पर कल्पनाशक्ति बहुत थी। एक दिन स्कूल से लौटते समय उसे रास्ते में एक बूढ़ी दादी मिलीं। दादी ने अनय को देखा और मुस्कुराकर बोलीं,   “बेटा, आसमान उदास है, इसलिए इंद्रधनुष छुप गया है।” अनय ने आश्चर्य से पूछा,   “उदास? आसमान कैसे उदास हो सकता है दादी?” दादी ने अपना झोला खोला और एक पुरानी लकड़ी की पेंसिल अनय के हाथ में रख दी।   “ये जादुई पेंसिल है। जो दिल से चाहो, ये उसे बना सकती ह...

गोल्डन आइज़ ऑफ़ माउंट एरा ( Adventure Bedtime Stories for Children )

  कहानी की शुरुआत: सोलह वर्षीय आरव को पहाड़ों से बेहद लगाव था। हर गर्मी की छुट्टियों में वह अपने दादाजी के गांव "एरा पर्वत" (Mount Era) जाया करता था। लेकिन इस बार कुछ अलग था। गांव पहुंचते ही दादाजी ने उसे एक पुराना नक्शा और एक चमकता हुआ पत्थर दिया — और कहा, "ये रहा तुम्हारे पिता की आखिरी खोज का सुराग… गोल्डन आइज़!" आरव के पिता, एक खोजी वैज्ञानिक थे, जो 10 साल पहले इस रहस्य को खोजते हुए लापता हो गए थे। असली साहसिक सफर शुरू होता है: आरव अपने दो दोस्तों — रिया (एक होशियार लड़की जो पहेली सुलझाने में माहिर थी) और कबीर (जो फोटोग्राफर और जंगलों का जानकार था) — के साथ निकल पड़ता है "Mount Era" की खतरनाक चढ़ाई पर। नक्शे के अनुसार, उन्हें पार करने थे: मिस्ट फॉरेस्ट – एक जंगल जहां दिशा भूलना आम बात है। ब्लू लेक ऑफ़ ट्रुथ – जहां हर व्यक्ति को अपने सबसे गहरे डर का सामना करना होता है। स्टोन गार्डियन्स की गुफा – जो अपने अंदर गोल्डन आइज़ की रक्षा कर रही थी। रहस्य और ट्विस्ट: रिया को अपने खोए हुए भाई की सच्चाई मिलती है जो इस पहाड़ में ही कहीं...